1. काव्य सम्मेलनों तथा संगोष्ठियों का आयोजन

2. भाषा और साहित्य के अनेक साहित्य रूपों के परिचय हेतु प्रतियोगिताओं का आयोजन

3. आंतरिक मूल्यांकन तथा शोध संगोष्ठियों का आयोजन।