1. संस्कृत विषय के प्रति छात्र-छात्राओं में रूचि जागृत करना।

2. भारतीय संस्कृति से विद्यार्थियों को परिचित कराना।

3. विद्यार्थियों में नैतिक गुणों, मूल्यों का विकास करना।

4. संस्कृत विषय में रोजगार के अवसरों के बारे में अवगत कराना।

5. प्राचीन भाषा संस्कृत के प्रति लोगों में निष्ठा, प्रेम तथा जागरूकता का निर्माण करना।