1. संस्थागत अध्ययन-अध्यापन
  2. काव्य सम्मेलनों तथा संगोष्ठियों का आयोजन
  3. भाषा और साहित्य के अनेक साहित्यरूपों के परिचय हेतु प्रतियोगिताओं का आयोजन
  4. आंतरिक मूल्यांकन तथा शोध संगोष्ठियों का आयोजन
  5. प्रशिक्षुता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन